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Solar Power Plant की पूरी जानकारी


सोलर पावर प्लांट (Solar PV Power Plant) –

आज के समय में जब ऊर्जा की मांग बढ़ रही है और पारंपरिक ऊर्जा स्रोत (Coal, Petroleum) धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं, ऐसे में सोलर पावर प्लांट (Solar PV Power Plant) एक बहुत ही बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है। यह न केवल पर्यावरण के लिए अनुकूल है बल्कि यह ऊर्जा उत्पादन का एक स्थायी स्रोत भी है जा Zero fule cost पर अच्छा Output देता है सिर्फ Maintenances का ही खर्च आता है । इस पोस्ट में हम सोलर पावर प्लांट की कार्यप्रणाली, प्रकार, फायदे और स्थापना प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानेंगे।

1. Solar Power Plant क्या है?

सोलर पावर प्लांट वह प्रणाली होती है जो सूर्य की किरणों से ऊर्जा प्राप्त कर उसे बिजली में बदलती है। इसमें मुख्य रूप से फोटोवोल्टिक (Photovoltaic - PV) सिस्टम का उपयोग किया जाता है जिसे हम आमतौर पर सोलर प्लेट या सोलर मॉड्यूल कहते हैं। इस सिस्टम में सोलर पैनल (Solar Panels), इनवर्टर (Inverter), बैटरी (Battery) और चार्ज कंट्रोलर (Charge Controller) जैसे और भी बहुत सारे उपकरण शामिल होते हैं इसके अलावा भी इसमें कुछ और छोटे बड़े उपकरण भी होते है लेकिन हम जो मुख्य उपकरण है उन्हीं पे पहले बात करेंगे।

2. सोलर पावर प्लांट के प्रकार

A. ऑन-ग्रिड सोलर पावर प्लांट (On-Grid Solar Power Plant)

  • यह सीधे ग्रिड (Grid) से जुड़ा होता है जिसे हम बिजली घर या Power House कहते हैं। Solar Panel से जितना भी अतिरिक्त बिजली उत्पन्न होती है वो सीधे Grid में भेजी जाती है ।
  • इसमें बैटरी की जरूरत नहीं होती, ये सीधे Grid से Connect होता है या फिर इसे किसी Factory या किसी काम के लिए इसी से उस बिजली की Direct Supply भी ले सकते है।
  • किसी भी सोलर प्लांट को Grid से जोड़ना जरूरी होता है क्योंकि की सोलर प्लांट से बिजली बनाने के लिए उसे कुछ बिजली की जरूरत होती है जो उसे सिर्फ Operate के लिए Use में ली जाती है।

B. ऑफ-ग्रिड सोलर पावर प्लांट (Off-Grid Solar Power Plant)

  • इस तरह के सोलर प्लांट को किसी भी Grid से जोड़ने की जरूरत नहीं होती ।
  • इसमें बैटरी स्टोरेज सिस्टम होता है जो बिजली को बैटरी में स्टोर कर के उसे फिर से Use किया जा सकता है।
  • यह ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बहुत ही उपयुक्त है, जिस से आपको दिन में किसी बाहरी बिजली Supply की जरूरत नहीं होती और रात के समय भी जो बिजली बैटरी में Store की हुई है उसे Use कर सकते हैं।

C. हाइब्रिड सोलर पावर प्लांट (Hybrid Solar Power Plant)

  • यह ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों का मिश्रण होता है इस तरह के सोलर प्लांट ज्यादा कम Capacity वाले होते है और इन्हें आप Grid और Battery दोनों के साथ चला सकते हैं।
  • इसमें बैटरी बैकअप होता है जो अतिरिक्त बिजली को Battery में Store कर सकते है जब जरूरत हो उसे उपयोग में ले सकते हैं।
  • यह सबसे बेहतरीन विकल्प होता है।

3. सोलर पावर प्लांट कैसे काम करता है?

सोलर पावर प्लांट की कार्यप्रणाली निम्नलिखित है:

  1. सोलर पैनल: सूर्य की किरणों से DC बिजली उत्पन्न करता है, जो बहुत सारे सोलर पैनल एक साथ लगा कर उस से ज्यादा से ज्यादा Energy ले सकते हैं ।
  2. इनवर्टर: DC बिजली को AC बिजली में परिवर्तित करता है यहां जो सोलर पैनल से Energy मिलेगी वो String wire से inverter में आता है जहां उसे DC Power से AC Power में बदला जाता है।
  3. बैटरी: अतिरिक्त बिजली को स्टोर करता है (ऑफ-ग्रिड सिस्टम के लिए) जहां हम जरूरत पर उस बिजली का उपयोग कर सके।
  4. चार्ज कंट्रोलर: बैटरी को ओवरचार्जिंग से बचाता है, और उसकी Seafty भी करता है चाहे वो किसी Short Circuit हो या किसी और तरह का फॉल्ट।
  5. ग्रिड कनेक्शन: अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजता है जहां से उस बिजली का जरूरत के हिसाब से Use किया जा सके।

4. सोलर पावर प्लांट लगाने के फायदे

  • बिजली बिल में भारी बचत होती है।
  • रखरखाव में कम खर्चा बहुत कम आता है।
  • लंबी लाइफ (25-30 साल) जो एक अच्छी बात है।
  • 100% पर्यावरण के अनुकूल होता है।
  • सरकार की सब्सिडी योजना भी मिलती है जिसका लाभ उठा कर ये लगाना और भी सस्ता हो जाता है।

5. सोलर पावर प्लांट लगाने की अनुमानित लागत - 

सिस्टम क्षमता लागत (₹) लगभग ROI समय
5kW ₹2-3 लाख 4-5 साल
10kW ₹4-5 लाख 3-4 साल

6. सोलर पावर प्लांट लगाने की प्रक्रिया

  1. साइट सर्वे - आपको प्लांट लगाने से पहले सही जगह का Selection करना होता है।
  2. सही सिस्टम चुनना - Requirement के हिसाब से आपको अपना System चुनना होगा कि आपको कितनी बिजली की जरूरत है और उसके हिसाब से आपको किस Capacity का प्लांट लगाना है।
  3. इंस्टॉलेशन - आपको इंस्टॉलेशन में उसकी safety को ध्यान में रख कर करवाना होगा। 
  4. नेट मीटरिंग कनेक्शन
  5. सिस्टम चालू करना

निष्कर्ष

सोलर पावर प्लांट न केवल आपको लंबे समय तक मुफ्त बिजली देता है, बल्कि यह पर्यावरण को भी सुरक्षित रखता है। यदि आप बिजली बिल में बचत करना चाहते हैं और सरकार की सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं, तो सोलर पावर प्लांट लगाना आपका एक बहुत ही बेहतरीन निर्णय हो सकता है, आज हमारे देश में बहुत ज्यादा MW में बहुत सारे Solar Park भी लगे हुए हैं जिसमें सब से बड़ा Solar Park Bhadla Rajasthan में है।

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