आज के समय में बिजली की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं और ऐसे में लोग सोलर पावर की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। हम जानेंगे कि सोलर पावर सिस्टम कैसे काम करता है। इस पोस्ट में हम आपको बिल्कुल आसान भाषा में समझाएंगे कि सोलर पावर कैसे काम करता है कैसे बिजली बनाता है और कैसे हमारे घर तक बिजली पहुंचती है।
1. सोलर पावर क्या होता है?
सोलर पावर एक ऐसी ऊर्जा है जो सूरज की रोशनी (Sunlight) से बनती है। सोलर पैनल सूरज की किरणों को absorbed हैं और उसे बिजली (Electricity) में बदल देते हैं जो हमें DC Energy में मिलता है , इसे पहले DC से AC Power में बदला जाता है और यह बिजली फिर अपने घर के पंखे, लाइट और अन्य उपकरणों को चलाने के लिए इस्तेमाल की जाती है
2. सोलर पावर कैसे काम करता है?
सोलर पावर सिस्टम 4 मुख्य चीजों से मिलकर बनता है:
- सोलर पैनल (Solar Panel)
- इनवर्टर (Inverter)
- बैटरी (Battery - अगर बैकअप चाहिए)
- नेट मीटर (Net Meter - अगर ऑन-ग्रिड सिस्टम है)
1. सोलर पैनल कैसे काम करता है?
सोलर पैनल छोटे-छोटे सोलर सेल (Solar Cell) से बने होते हैं। जब सूरज की किरणें इन सोलर सेल पर पड़ती हैं तो ये DC (Direct Current) बिजली बनाते हैं।
2. इनवर्टर क्या काम करता है?
हमारे घर में जो बिजली चलती है वो AC (Alternating Current) होती है जब की सोलर पैनल DC बिजली बनाता है , अब से पहले इसे DC से AC में बदलने के लिए इनवर्टर की जरूरत होगी जिसे इनवर्टर DC बिजली को AC बिजली में बदल देता है ताकि हम अपने घर के पंखे, बल्ब और अन्य उपकरण चला सकें।
3. बैटरी का क्या काम होता है?
अगर आप बिजली का बैकअप रखना चाहते हैं तो सोलर सिस्टम के साथ बैटरी लगाई जाती है ये जरूरी नहीं परन्तु इसे लगाने से हम उस बिजली को Store कर के उसे रात के समय उपयोग कर सकते है। क्योंकि की Solar Power System का एक जो सब से बड़ी समस्या ये है कि इस से रात के समय energy नहीं मिल सकता।
4. नेट मीटरिंग क्या है?
अगर आपने On-Grid Solar System लगाया है तो इसमें नेट मीटर लगता है। जब आपके सोलर पैनल जरूरत से ज्यादा बिजली बनाते हैं तो ये बिजली सीधा सरकार के ग्रिड में भेज दी जाती है। इसके बदले में आपको बिजली का बिल कम आता है।
3. सोलर पावर से बिजली बनने की प्रक्रिया
- सूरज की रोशनी सोलर पैनल पर पड़ती है।
- सोलर पैनल सूरज की रोशनी को DC बिजली में बदलता है।
- इनवर्टर DC बिजली को AC बिजली में बदल देता है।
- अगर ज्यादा बिजली बनती है तो वो ग्रिड में भेज दी जाती है।
4. सोलर पावर के फायदे
- बिजली बिल में भारी बचत का फायदा मिल सकता है।
- पर्यावरण के लिए अनुकूल होता है।
- लंबी लाइफ (25 साल से ज्यादा) जो एक अच्छी बात है।
- सरकार की सब्सिडी योजना का भी लाभ उठा सकते है।
- रखरखाव में कम खर्चा आता ।
5. सोलर पावर लगाने की अनुमानित लागत-
सिस्टम क्षमता | लागत (₹) | बिजली बिल में बचत (हर महीने) |
---|---|---|
1kW | ₹60,000 - ₹70,000 | ₹1000 - ₹1500 |
3kW | ₹1.5 लाख - ₹1.8 लाख | ₹3000 - ₹4500 |
5kW | ₹2.5 लाख - ₹3 लाख | ₹5000 - ₹7500 |
निष्कर्ष
सोलर पावर आज के समय की सबसे अच्छी तकनीक है जो आपको बिजली बिल में बचत के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा करने में मदद करती है। अगर आप एक बार सोलर सिस्टम लगवा लेते हैं तो आपको 25 साल तक लगभग मुफ्त बिजली मिल सकती है जहां एक हिसाब से देखे तो कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा फायदा।
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